Chapter-5
IDEAS
THAT HAVE HELPED MANKIND
-Bertrand
Russell
Biography
➤Bertrand
Arthur William Russell was born in 1872 and died in 1970.
➤He was a
British philosopher, historian, and mathematician.
➤He was
awarded Nobel Prize in Literature in 1950.
➤He is known
as one of the world’s best intellectuals.
➤His major
works include A History of Western Philosophy, Human Knowledge: Its Scope and
Limits, Authority and the Individual, Has Man a Fact and Fiction, My
philosophical Development, Conquest of Happiness, Marriage and Morals, Roads to
Freedom, In Praise of Idleness, Why I am not a Christian.
Summary
“Ideas That Have Helped Mankind” is an essay
written by Bertrand Russell. He was born on 18 May 1872 in United Kingdom was a
British philosopher, logician, mathematician, historian, writer, social critic,
political activist and Nobel laureate.In this essay writer has explained about the ideas which have helped mankind.
He says that we are civilized today but thousands of years ago we were
uncivilized. We were living in jungles and caves like animal. But today we are
civilized. We have pleasure of alcohol, music, poetry, game, etc but animals
don’t have. It is intellect and moral qualities which makes us different from
animals. He says that it is not known when the language started but it must be
certain that it began very gradually without the language it would have been very
difficult to pass information from one generation to next generation. It would
also be very difficult to known about the inventions and discoveries that were
made time to time. The Second great step is the utilization of fire because
earlier people used fire only for their protection. It is assumed that a child
might have thrown a piece of meat into fire and for that he might have been
scolded. When it might have been taken out it was found to be much better so
the long history of cookery began. These all are the ideas which have helped
mankind.
Objective Question Answer
1. Bertrand
Russell was born in………
a)1872
b)1970
c)1980
d)1985
2. Bertrand
Russsell died in………….
a)1960
b)1980
c)1970
d)2005
3. We are able
to get variety of enjoyment due to………….
a)our physical strength
b)our riches
c)our intelligence
d)our
laziness
4. After
language the second most important thing which helped mankind was……..
a)gold
b)silver
c)fire
d)platinum
5. The taming
of domestic animals made life…………
a)pleasanter
b)fearful
c)harmful
d)fruitful
6. “Ideas that
have helped mankind’ is written by……….
a)Martin Luther King
b)Gandhiji
c)Bertrand Russell
d)H.
E. Bates
7. Russell was
awarded Nobel Prize for…………
a)philosophy
b)literature
c)medicine
d)peace
8. Survival for
homosapiens primarily was………..
a)a problem
b)never a problem
c)both of them
d)none
of these
9. Birds die of
hunger in large numbers……
a)during summer
b)during rainy
c)during winter
d)during
spring
10. During summer birds……….
a)remember this catastrophe
b)forget this catastrophe
c)fear from this
d)enjoy
this catastrophe
11.Animals get pleasure from………….
a)music
b)football
c)poem
d)none
12. Bertrand Russell was a…………..
a)American Philosopher
b)Indian
philosopher
c)British philosopher
d)Pakistani Philosopher
13.Bertrand Russell was……………
a)historian & mathematician
b)doctor
c)poet
d)teacher
14. Bertrand Russell got the Nobel Prize in……….
a)1845
b)1945
c)1950
d)1960
15. Who is known as one of the world’s be intellectuals…
a)Bertrand Russell
b)Martin
c)Gadhiji
d)Nehru
16. A History of Western Philosophy, Human Knowledge, Why I am not
Christian is written by…..
a)Bertrand Russell
b)Shiga Noaya
c)John Donne
d)H.E.
Bates
17. The invention of………………..was more important than domestication of
animals.
a)agriculture
b)weapons
c)vehicle
d)television
18. Civilization taught us……………
a)to be uncivilized
b)to be human
c)to be violent
d)to
be fearful
19. ………………was also a commentator on a large variety of topics:
a)S.C. Bose
b)Bertrand Russell
c)Dr. Rajendra Prasad
d)Akash
Chopra
20. Bertrand Russell was a philosopher and a……………………
a)historian
b)writer
c)politician
d)teacher
Short Question Answer
1. How
did the domestication of animals start?
ans. The domestication of animals started under the influence of religion and
the needs of agricultural and domestic life.
2. What
are the two broad categories of ideas that have helped mankind?
Ans. The
first category of idea contributes to knowledge and technique and the second
category of idea contributes to moral and politics.
3. Has
civilization taught us to be more friendly towards one another?
Ans. Yes
civilization has taught men to be friendly towards one another. Bertrand
Russell says, that Robins peck an elderly robin to death; but men give elderly
4. What
was the condition of man in the beginning?
Ans. The
condition of man in the beginning was misereable. He led a nomadic life and
lived in caves and jungles. He was afraid of wild animals. He did not know how
to prepare his food.
5. What
was the role of the fire in our development?
Ans. The
invention of fire proved a milestone in our development .It created light in
darkness and protected us from wild animals. Later on, it resulted in the art
of cookery.
Line Explanation
1.
“Has civilization taught us to be more friendly
towards one another. The answer is easy. Robins peck an elderly robin to death,
whereas men give an elderly man old age pension.”
Ans. The
author emphasize that civilization has made us intellectual and cultured. It
has upgraded our moral qualities and has taught us to be morefriendly towards
one another. The author cites an example of Robin’s an English species of birds who peck their elderlyRobin to death
whereas men respect elderly people and pay them and old age pension.
2.
“Another great step, which may have come either
before or after beginning of language was the utilization of fire.”
Ans. The
initiation of the language helped the civilization to flourish without would
have been difficult to carry over the invention and discoveries from generation
to generation. However the utilization of fire was equally considered essential
for the civilization to flourish for various purposes the fire was utilized
Hindi Summary
अंग्रेज़ दार्शनिक बर्टरन्ड रसल कुछ विचारों को परख कर देखते हैं कि उनमें से
कौन से मानवजाति के लिए सहायक हुए हैं ।
संख्या : रसल को इसमें कोई संदेह नहीं कि जनसंख्या के बढ़ने से मानवजाति को सहायता
मिली । बहुत समय पहले मनुष्य गुफाओं में रहते थे । वे वन्य पशुओं से भयभीत थे ।
बन्दरों की भाँति ठंड से बचने के लिए उनके शरीर पर बाल न थे । उन्हें भोजन की खोज
में स्थान- स्थान पर भटकना पड़ता था । उस समय उनकी उच्चतर बुद्धि इन कठिनाइयों का
मुकाबला न कर सकती थी । उनकी संख्या कम थी । तत्पश्चात् उन्होंने अपनी तकनीक और कौशल का
प्रयोग अपना किया था । निश्चित रूप से यह मानवजाति के लिए सहायक हुआ ।
पशुओं से
भिन्नता
मनुष्य पशुओं से
विशेषकर दो बातों में कम से कम समान होते चले गए । प्रथमतः जन्मजात
कौशल की अपेक्षा ग्रहण किए गए कौशल में, दूसरे,
भावनाओं पर
विचारों के अधिपत्य में । मनुष्य व पशु मुसीबतों से पीड़ित होते हैं । जब कि
मनुष्य उनके कारण को याद रखते हैं और भविष्य में उस प्रकार की मुसीबतों पर काबू
पाने के उपाय करते हैं,
पशु उनको भूल
जाते हैं और वे उस प्रकार की मुसीबतों से बार-बार पीड़ित हो सकते हैं । परन्तु इस
कारण मनुष्य कम सुखी होते हैं । वे चिन्तित रहते हैं और वास्तविक मुसीबतों की
अपेक्षा उनके बारे में पूर्व विचार से दुखी होते हैं । वे लोग भी जिनकी निश्चित आय
है,
वे भी भविष्य
में क्या हो सकता है,
इसके दुख से बचे
नहीं रहते । यह मनोवेग का दमन करने से पूर्व विचार होने का परिणाम है ।
आनन्द की
विभिन्नता
मनुष्यों में
विभिन्न आनन्द उठाने की योग्यता है जो कि पशुओं में नहीं है । पिंजरो में कैद कुछ
शेरों को एक फिल्म जंगल में शेरों को सफलता पूर्वक लूटपाट करने के बारे में दिखाई
गई। उस दृश्य से शेरों को कोई आनन्द प्राप्त न हुआ । पशुओं को संगीत, कविता, विज्ञान आदि से कोई आनन्द प्राप्त नहीं होता । मनुष्य अपनी बुद्धि के कारण
मनोरंजन की इतनी अधिक विभिन्नता प्राप्त कर सकता है । परन्तु यह योग्यता ऊबने का
कारण भी बनती है ।
परन्तु बर्टरन्ड रसल को लगता है कि मानव गौरव आनन्द प्राप्त करने की क्षमता में
इतना निहित नहीं है जितना हमारे बौद्धिक और नैतिक गुणों में निहित है । परन्तु
निश्चित रूप से मानव पशुओं से इसलिए भिन्न है कि मानव का ज्ञान पशुओं के ज्ञान से
अधिक है ।
क्या सभ्यता ने
हमें मैत्री भाव सिखाया?
किसी समूह में
मनुष्य एक-दूसरे से किसी भी अन्य प्रजाति की अपेक्षा अधिक मैत्री भाव रखते हैं। वे
अपने बूढ़ों और बीमारों की देखभाल करते हैं । इस प्रकार वे अधिकतम प्रजातियों की
अपेक्षा एक-दूसरे के प्रति अधिक सौहार्दपूर्ण होते हैं । परन्तु समूह के बाहर
वालों के प्रति वे हिंसक होते हैं । उनकी बुद्धि उनको अधिक हिंसक बनने की क्षमता
प्रदान करती है । हो सकता है कि आने वाले समय में वे सभी के प्रति मैत्री भाव रखना
सीख लें।
रसल के अनुसार
जिन विचारों ने मानवजाति की सहायता की है । उन्हें दो श्रेणियों में बाँटा जा सकता
है ।
( i
) वे जिन्होंने
ज्ञान और तकनीक में योगदान दिया
( ii ) वे जिनका सम्बन्ध नैतिकता और राजनीति से
है
भाषा का विकास
भाषा का क्रमिक
विकास धीरे-धीरे हुआ है । परन्तु यह मानवजाति के लिए सहायक बड़ा कदम था क्योंकि
इसके कारण खोजों और आविष्कारों को पीढ़ी दर पढिी को हस्तांतरित किया जा सका है ।
फिर लिखने की
कला का विकास हुआ । इसका विकास भी धीरे-धीरे हुआ । पहले पहल संदेश देने के लिए
चित्रों का प्रयोग किया गया । चित्रों से वर्णो का, और फिर अक्षरों के विकास की प्रक्रिया धीरे व क्रमिक थी । चीन में अक्षरों को
लिखने का विकास कभी न हुआ ।
अग्नि
आग का प्रयोग
मनुष्य की सहायता में भारी कदम था । सम्भवतः प्रारम्भ में आग का प्रयोग हमारे पूर्वज
वन्य पशुओं को दूर रखने के लिए करते थे । परन्तु उन्हें उसकी गर्मी भी सुखद लगी ।
इसका प्रयोग भोजन पकाने में किया जा रहा है । भोजन पकाने में आग का प्रयोग अचानक
हो गया होगा । किसी ने अकस्मात माँस का टुकड़ा आग में डाल दिया होगा । जब उसे बाहर
निकाला गया होगा तो वह अधिक स्वादिष्ट लगा होगा । इस प्रकार आग का प्रयोग भोजन
पकाने में होने लगा होगा ।
पशु-पालन
पशुओं को सिधाना, विशेषकर गायें और भेड़ों को पालना मनुष्य के
लिए सहायक हुआ । कुछ मानव वैज्ञानिक मानते हैं कि पालतु पशुओं की उपयोगिता का
पूर्व अनुमान न था । वे कबीले जिन्होंने गायें और भेड़ें पाली, समृद्ध हो गए थे ।
कृषि का
आविष्कार
कृषि का
आविष्कार बड़ा महत्त्वपूर्ण कदम था । परन्तु इसके साथ उर्वरता अनुष्ठान भी संलग्न
थे जिनमें मानव बलि की आवश्यकता थी । बच्चों को मोलक के प्रति भेंट किया जाता था
ताकि अच्छी फसल उपजे । परन्तु धीरे-धीरे यह रिवाज समाप्त हो गया क्योंकि अनाज
बच्चों की बलि दिए बिना भी उग जाता था ।
बच्चों की बलि
के संदर्भ में रसल स्मरण करते है कि औद्योगिकीकरण के प्रारम्भिक वर्षों में, सूती सामान के उत्पादन में अति छोटे बच्चों
को लगाया जाता था । उनमें से अधिकतर बच्चे मर जाते थे । अब बच्चे काम पर नहीं
लगाये जाते । इस बात का पता लगाने में शताब्दियाँ लग गईं कि अनाज़ बिना बच्चों की
बलि दिए बिना भी उग जाएगा । परन्तु यह जानने में केवल एक शताब्दी लगी कि सूती माल
का उत्पादन बच्चों को काम पर लगाए बिना भी हो सकता है । इससे संकेत मिलता है कि
कुछ उन्नति हुई है ।