आइन-ए-अकबरी
1.
आइन-ए-अकबरी अबुल फज़ल के द्वारा फारसी भाषा में लिखी गई है |
2.
आइन-ए-अकबरी में अकबर के उन समस्त नियमों का वर्णन है जो अकबर ने शासन चलाने
हेतु बनाये थे ।
3.
आइन-ए-अकबरी का अंग्रेजी अनुवाद ब्लाचमैन और जैरेट के द्वारा किया गया |
4.
ब्लाचमैन ने आइन-ए-अकबरी का प्रथम खंड 1873 में कलकत्ता में किया| और दूसरा खंड 1891 में प्रकाशित हुआ |
5.
तृतीय खंड जैरेट ने 1894 ई. में प्रकाशित किया |
6.
आइन-ए-अकबरी को पांच भागों में विभाजित किया है-
प्रथम भाग में शाही घराने के विभिन्न विभागों, शाही टकसाल, कारखाना निर्मित वस्तुओं की कीमतें, शाही अस्तबल एवं शस्त्रागार सम्बन्धी विस्तृत विवरण मिलते है ।
द्वितीय भाग में मुगल सैन्य व्यवस्था, दान की जमीनें, भत्ते देने की प्रथा, उस समय के
मनसबदारों, धर्म गुरुओं एवं संगीतकारों का विवरण
मिलता है |
तृतीय भाग में कृषि एवं भू-राजस्व सम्बंधित ब्यौरे दिए गए है |
चतुर्थ भाग में हिन्दुओं की विभिन्न धारणाओं, नक्षत्र विद्या, चिकित्सा, दर्शन एवं उनकी प्रथाओं का विवरण दिया है
।
पाँचवें भाग में अकबर की सूक्तियों, किंवदन्तियों, आदर्शों के साथ - साथ स्वयं अबुल फजल की संक्षिप्त जीवनी दी गई है ।