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usne kaha tha Question answer || उसने कहा था कहानी के प्रश्न उत्तर

1.‘उसने कहा था कहानी कितने भागों में बटी हुई है? कहानी के कितने भागों में युद्ध का वर्णन है?
उत्तर-
उसने कहा था कहानी को पांच भागों में बांटी गई है| इस पूरी कहानी में तीन भागों में युद्ध का वर्णन है| दुसरे, तीसरे और चौथे भाग में युद्ध के दृश्य हैं|
 

2. कहानी के पात्रों की एक सूची तैयार करें|
उत्तर- कहानी में कई पात्र हैं जिनमें से कुछ प्रमुख हैं और कुछ गौण| कहानी के पात्रों के नाम निम्नलिखित हैं|
लहनासिंह (नायक), सूबेदारनी, सूबेदार हजारासिंह, बोधासिंह (सूबेदार का बेटा), अतरसिंह (लड़की का मामा),  माहासिंह (सिपाही), वजीरासिंह (सिपाही), आदि

 

3.लहनासिंह का परिचय अपने शब्दों में दे|
उत्तर- लहना सिंह एक वीर सिपाही है| वह उसने कहा था कहानी का प्रमुख पात्र तथा नायक हैं| लेखक ने कहानी में उसके  चरित्र को पूरी तरह उभारा है| कहानी में उसके चरित्र की निम्नलिखित व्यवस्था उभर कर सामने आई है|
कहानी का नायक: कहानी का समस्त घटनाक्रम लहनासिंह के आसपास घटता है| जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह कहानी का प्रमुख पात्र तथा नायक है|
सच्चा प्रेमी- लहनासिंह एक सच्चा प्रेमी है| बचपन में उसके हृदय में एक अनजान भावना ने जन्म लिया जो प्रेम था| यद्यपि उसे अपना प्रेम ना मिल सका लेकिन फिर भी उसने सच्चाई से उसे अपने हृदय में बसा रखा|
बहादुर तथा निडर: लहनासिंह बहादुर तथा निडर  व्यक्तित्व का स्वामी है | तभी तो बैठे रहने से बेहतर युद्ध को समझा था|
वचन पालन: सुबेदरानी लहना सिंह से अपने पति और बेटे के प्राणों की रक्षा करने की बात कही थी लेकिन लहना सिंह ने उसे एक वचन की तरह निभाया और इसके लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए|


4.पाठ से लहना और सूबेदारनी के संवादों को एकत्रित करें|
उत्तर- पाठ में लहनासिंह और सूबेदारनी के बीच कुछ संवाद है जो निम्नलिखित है|
बचपन का संवाद-
तेरा घर कहां है?
मगरे में- और तेरा|
माँझे में; यहां कहां रहती है?”
अतरसिंह की बैठक में, वे मेरे मामा होते है |
मैं भी मामा के यहाँ हूँ, उनका घर गुरु बाज़ार में है
इतने में दुकानदार........... लड़के ने मुस्कुराकर पूछा ---
तेरी कुडमाई हो गई?
इस पर लड़की कुछ आंख चढ़ाकर धत कहा कर दौर गई|

सूबेदार के घर का संवाद---
मुझे पहचाना
नहीं
तेरी कुडमाई हो गई? ‘धत’---कल हो गई
सूबेदारनी कह रही है—मैंने तेरे को आते ही पहचान लिया|........तुम्हारे आगे मैं अंचल पसारती हूँ

5.कल, देखते नहीं या रेशम से गढ़ा हुआ सालू| वह सुनते ही लहना की क्या प्रतिक्रिया हुई?
उत्तर-
कल, देखते नहीं यह रेशम से गढ़ा हुआ सालू| सुनते ही लहना को काफी गुस्सा आया| साथ ही वह अपने सुध बुध खो बैठा| इसलिए घर वापस आते समय एक लड़के को नाली में धकेल दिया| एक  खोमचे वाले के खोमचे से बिखेर दिए| एक कुत्ते को पत्थर मारा और एक सब्जी वाले की का दूध उड़ेल दिया| एक पूजा पाठ करने वाली औरत से टकरा गया जिससे उसे अंधा का कहा| तब जाकर अपने घर पहुंचा|
 

6.जाडा क्या है, मौत है और निमोनिया से मरने वाले को मुरब्बे नहीं मिला करते”, वजीरासिंह के इस कथन का क्या आशय है
उत्तर-
जादा क्या है, मौत है और निमोनिया से मरने वाले को मुरब्बे नहीं मिला करते वजीरासिंह के इस कथन का आशय है कि वहां युद्ध के मैदान में अत्यधिक ठंडा पड़ रही है जिसके कारण ऐसा लगता है कि मानो उसकी जान ही निकल जाएगी वैसे भी इस स्थिति में इतने लोगों को निमोनिया हो रहा है कि उन्हें मरने के लिए स्थान भी नहीं मिल रहा है|

7.‘कहती है, तुम राजा हो,  मेरे मुल्क को  बचने आये हो| वजीरा के इस कथन में किसकी ओर संकेत है?
उत्तर- कहती है, तुम राजा हो मेरे को बचाने आए हो|वजीरा के इस कथन में फ्रांस की मेम ओर संकेत है|

8.लहनासिंह के गांव में आया तुर्की मौलवी क्या कहता है?
लहना के गांव में आया तुर्की मौलवी कहता था कि जर्मनी वाले बड़े पंडित है| वेद पढ़- पढ़कर उसमें विमान चलाने की विद्या जान गए है | मंडी में बनियों को बहकत था की डाकखाने से रुपया निकल लो, सर्कार का राज्य जाने वाला है
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