Short Biography of Munshi Premchand
लेखक परिचय
Ø मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी से छः मील दूर लमही गाँव में हुआ था
और 8 October 1936 में वाराणसी में मृत्यु हुई| |
और 8 October 1936 में वाराणसी में मृत्यु हुई| |
Ø मूल नाम धनपत रॉय वाले प्रेमचंद को नवाब रॉय और मुंशी प्रेमचंद के नाम से भी जाना जाता है |
Ø प्रेमचंद
को “कलम
का सिपाही”, “कथा-सम्राट”
या “उपन्यास
सम्राट”(शरतचंद्र
चट्टोपाध्याय)
भी कहा जाता है|
भी कहा जाता है|
Ø उन्होंने कुल 15 उपन्यास, 300 से अधिक
कहानियाँ, 3 नाटक, 10 अनुवाद, 7 बाल पुस्तके,
आदि की रचना की |
आदि की रचना की |
Ø उनके पिता का नाम मुंशी
अजायब रॉय और माता का नाम आनंदी देवी था|
Ø प्रेमचंद हिंदी और उर्दू के
महानतम भारतीय लेखकों में से एक है|
Ø गाँव की पाठशाला में उन्हें
उर्दू-फारसी की प्रारंभिक शिक्षा मिली|
1904 में उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा दी|
Ø आर्थिक विपन्नता के कारण वे
आगे की पढाई जारी नहीं रख सके|
Ø प्रेमचंद अध्यापक के पद पर
भी कार्य किया|
Ø शिक्षा विभाग में वे डिप्टी
इस्पेक्टर के पद भी आसीन हुएं|
Ø उपन्यास- सेवा सदन,
निर्मला, गबन, रंगभूमि, कर्मभूमि, गोदान, प्रेम प्रतिज्ञा, मंगलसूत्र, आदि
Ø कहानी- कफ़न, हीरा और मोती,
नमक का दरोगा, बड़े घर की बेटी, ईदगाह, पूस की रात, माँ, ठाकुर का कुआ, घासवाली
आदि