1. गलती उसी से होती है जो मेहनत से काम करता है, निकम्मों की ज़िंदगी तो दूसरों की बुराई खोजने में खत्म हो जाती हैं!
2. जीवन में जितनी बड़ी मुश्किल होंगी ,उन पर काबू पाने पर उतना ही आप का नाम होगा !
3. समय दिखाई नहीं देता, पर बहुत कुछ दिखा जाता है !
4. निराश सम्भव को असंभव बना देती है !
5. तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध द्वारा दंड पाओगे !
6. अगर आप हंसने की शक्ति खो देते हैं तो आप सोचने की भी शक्ति खो देते हैं !
7. एक आदमी का आईना उसका शिष्टाचार है, जिनसे वो अपना चित्र दर्शाता है !
8. शिष्टाचार यह बताता है कि हम सामने वाले का कितना सम्मान करते हैं !
9.थोरा कहना, ज्यादा सुनना शिष्टाचार का हिस्सा है !
10. शिष्टाचार की कोई कीमत नहीं होती | पर इससे हर चीज खरीदी जा सकती है !
11. जीवन छोटा है |पर शिष्टाचार निभाने के लिए इसमें बहुत समय है !
12. शिष्टाचारी के लिए सारे दरवाजे खुले हैं !
13. जो मनुष्य अनजान के साथ भी शिष्टाचार के साथ पेश आता है, वही इन्सान है !
14.शिष्टाचार आपकी सुन्दरता है !
15. शिष्टाचार से आप उतने दरवाजे खोल सकते हैं, जितनी अच्छी शिक्षा से नहीं|
2. जीवन में जितनी बड़ी मुश्किल होंगी ,उन पर काबू पाने पर उतना ही आप का नाम होगा !
3. समय दिखाई नहीं देता, पर बहुत कुछ दिखा जाता है !
4. निराश सम्भव को असंभव बना देती है !
5. तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध द्वारा दंड पाओगे !
6. अगर आप हंसने की शक्ति खो देते हैं तो आप सोचने की भी शक्ति खो देते हैं !
7. एक आदमी का आईना उसका शिष्टाचार है, जिनसे वो अपना चित्र दर्शाता है !
8. शिष्टाचार यह बताता है कि हम सामने वाले का कितना सम्मान करते हैं !
9.थोरा कहना, ज्यादा सुनना शिष्टाचार का हिस्सा है !
10. शिष्टाचार की कोई कीमत नहीं होती | पर इससे हर चीज खरीदी जा सकती है !
11. जीवन छोटा है |पर शिष्टाचार निभाने के लिए इसमें बहुत समय है !
12. शिष्टाचारी के लिए सारे दरवाजे खुले हैं !
13. जो मनुष्य अनजान के साथ भी शिष्टाचार के साथ पेश आता है, वही इन्सान है !
14.शिष्टाचार आपकी सुन्दरता है !
15. शिष्टाचार से आप उतने दरवाजे खोल सकते हैं, जितनी अच्छी शिक्षा से नहीं|